महात्मा गांधी: दुनिया बदलने वाले विचार

  महात्मा गांधी, जिन्हें महात्मा मोहनदास करमचंद गांधी के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रमुख भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और सामाजिक कार्यकर्ता थे। उनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात में हुआ था और उनका निधन 30 जनवरी 1948 को हुआ था। गांधी जी को उनके अहिंसा और सत्याग्रह के सिद्धांतों के लिए व्यापक रूप से जाना जाता है।

महात्मा गांधी: दुनिया बदलने वाले विचार


प्रमुख योगदान और सिद्धांत:

1.  अहिंसा  गांधी जी का मानना था कि किसी भी प्रकार की हिंसा समाज में स्थायी परिवर्तन नहीं ला सकती। उन्होंने अहिंसा को अपने जीवन और आंदोलनों का मूल सिद्धांत बनाया।


2. सत्याग्रह (Truth-force): यह एक ऐसा तरीका था जिसमें अन्याय के खिलाफ सत्य और नैतिकता के साथ संघर्ष किया जाता है। गांधी जी ने इसे दक्षिण अफ्रीका और भारत दोनों में सफलतापूर्वक अपनाया।



महात्मा गांधी: दुनिया बदलने वाले विचार



3. स्वराज (Self-rule): गांधी जी का मानना था कि भारत को स्वतंत्रता केवल बाहरी अंग्रेजी शासन से नहीं, बल्कि आंतरिक बुराइयों और असमानताओं से भी चाहिए। उन्होंने स्वराज का अर्थ स्व-शासन और आत्म-निर्भरता से भी जोड़ा।


4. खादी और स्वदेशी आंदोलन : गांधी जी ने खादी (हाथ से बुने हुए कपड़े) को बढ़ावा दिया और विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार किया। उन्होंने आत्मनिर्भरता के लिए स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करने पर जोर दिया।


5. छुआछूत और जातिगत भेदभाव के खिलाफ लड़ाई: गांधी जी ने अछूतों को हरिजन (भगवान के लोग) नाम दिया और उनके सामाजिक उत्थान के लिए काम किया।


महात्मा गांधी: दुनिया बदलने वाले विचार



महत्वपूर्ण आंदोलनों:

1. असहयोग आंदोलन (1920): इस आंदोलन में भारतीयों से अपील की गई कि वे ब्रिटिश शासन का सहयोग न करें और सरकारी पदों, विद्यालयों, अदालतों आदि का बहिष्कार करें।

   

2. दांडी मार्च (1930): नमक सत्याग्रह के नाम से भी जाना जाने वाला यह आंदोलन ब्रिटिश नमक कानून के खिलाफ था। गांधी जी ने साबरमती आश्रम से दांडी तक 240 मील की यात्रा की और समुद्र किनारे नमक बनाकर कानून का उल्लंघन किया।


3. भारत छोड़ो आंदोलन (1942): द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान गांधी जी ने "अंग्रेजों भारत छोड़ो" का नारा दिया और सभी भारतीयों से पूर्ण स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया।


महात्मा गांधी महात्मा गांधी के विचार और सिद्धांत आज भी प्रासंगिक हैं और दुनिया भर में सामाजिक और राजनीतिक आंदोलनों को प्रेरित करते हैं। उनकी शिक्षाएं अहिंसा, सत्य और न्याय के लिए संघर्ष करने वालों के लिए मार्गदर्शन का स्रोत बनी हुई हैं।

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