इस बार क्या नया है मोदी कैबिनेट में शाह-राजनाथ समेत 7 के मंत्रालय रिपीट में


प्रमुख नेताओं द्वारा बरकरार रखे गए प्रमुख पोर्टफोलियो


प्रमुख नेताओं द्वारा बरकरार रखे गए प्रमुख पोर्टफोलियो

 नई दिल्ली – मोदी कैबिनेट में सोमवार शाम 6:30 बजे विभागों का बंटवारा किया गया। अमित शाह और राजनाथ सिंह जैसे प्रमुख नेताओं ने गृह मंत्री और रक्षा मंत्री के रूप में अपने महत्वपूर्ण पदों को बरकरार रखा है। इस कैबिनेट पुनर्गठन में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव भी शामिल हैं, जैसे शिवराज सिंह चौहान को कृषि मंत्रालय का और मनोहर लाल खट्टर को ऊर्जा मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया है। जेपी नड्डा, बीजेपी अध्यक्ष, को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री और रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय का प्रभार दिया गया है।

अमित शाह पुनः गृह मंत्री बने रहेंगे

अमित शाह मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से गृह मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे हैं। उनके कार्यकाल में महत्वपूर्ण विधायी परिवर्तन और आंतरिक सुरक्षा पर कड़ा रुख देखा गया है।

राजनाथ सिंह पुनः रक्षा मंत्री बने रहेंगे

राजनाथ सिंह ने वर्तमान भू-राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए रक्षा मंत्री के रूप में अपने पद को बरकरार रखा है। सिंह का अनुभव और स्थिर हाथ भारत की रक्षा तैयारी और रणनीतिक स्थितियों को बनाए रखने में महत्वपूर्ण हैं।

नितिन गडकरी पुनः सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री बने रहेंगे



प्रमुख नेताओं द्वारा बरकरार रखे गए प्रमुख पोर्टफोलियो


नितिन गडकरी सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय का नेतृत्व करना जारी रखेंगे। गडकरी के कार्यकाल में उनके महत्वाकांक्षी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं ने भारत के परिवहन परिदृश्य को बदलने का प्रयास किया है।

प्रमुख मंत्रालयों में नए असाइनमेंट

शिवराज सिंह चौहान को कृषि मंत्रालय का प्रभार

शिवराज सिंह चौहान को कृषि मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में उनके अनुभव से मंत्रालय में नई ऊर्जा आने की उम्मीद है, खासकर किसानों के मुद्दों और कृषि नीतियों को संबोधित करने में।

मनोहर लाल खट्टर को ऊर्जा मंत्रालय का जिम्मा

मनोहर लाल खट्टर को ऊर्जा मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है। खट्टर की नई भूमिका देश की बढ़ती ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने और स्थायी और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों की दिशा में नीतियों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण होगी।

जेपी नड्डा बने स्वास्थ्य मंत्री

जेपी नड्डा को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का प्रभार मिला है। इसके अलावा, वे रसायन और उर्वरक मंत्रालय की भी देखरेख करेंगे, जो सरकार की स्वास्थ्य देखभाल और औद्योगिक विकास रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

प्रमुख कैबिनेट मंत्रियों की प्रोफाइल



अमित शाह: आंतरिक सुरक्षा के रणनीतिकार

अमित शाह, अपने रणनीतिक कौशल के लिए जाने जाते हैं, मोदी सरकार में एक केंद्रीय भूमिका निभा चुके हैं। अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और नागरिकता संशोधन अधिनियम की शुरुआत में उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। गृह मंत्रालय में उनके निरंतर नेतृत्व से उनकी आंतरिक सुरक्षा बनाए रखने और प्रमुख विधायी पहलों को निष्पादित करने की क्षमता को उजागर करता है।

राजनाथ सिंह: रक्षा में अनुभवी नेता

राजनाथ सिंह, एक वरिष्ठ बीजेपी नेता के रूप में व्यापक राजनीतिक अनुभव के साथ, महत्वपूर्ण समय के दौरान रक्षा मंत्रालय के प्रमुख रहे हैं, जिसमें चीन के साथ गतिरोध और रक्षा उपकरणों के स्वदेशीकरण की पहल शामिल है। इस भूमिका में उनकी स्थिरता उनकी प्रभावशीलता और सरकार द्वारा उन पर रखे गए विश्वास को दर्शाती है।


प्रमुख नेताओं द्वारा बरकरार रखे गए प्रमुख पोर्टफोलियो


नितिन गडकरी: बुनियादी ढांचे के अग्रणी

नितिन गडकरी के नेतृत्व में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने परिवर्तनकारी कदम उठाए हैं। उनके मार्गदर्शन में कई राजमार्ग परियोजनाएं पूरी हुई हैं, जिससे कनेक्टिविटी में सुधार हुआ है और आर्थिक विकास को गति मिली है। इस मंत्रालय में उनकी निरंतर उपस्थिति इन महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की निरंतरता सुनिश्चित करती है।

शिवराज सिंह चौहान: कृषि के लिए नई दृष्टि

शिवराज सिंह चौहान का मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री से केंद्रीय कृषि मंत्री के रूप में परिवर्तन मंत्रालय में नए दृष्टिकोण लाने की संभावना है। राज्य प्रशासन में उनके अनुभव, विशेष रूप से एक प्रमुख कृषि राज्य में, उन्हें भारतीय किसानों द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों को संबोधित करने और अभिनव कृषि नीतियों को लागू करने के लिए अच्छी स्थिति में रखते हैं।

मनोहर लाल खट्टर: ऊर्जा नीतियों का संचालन

मनोहर लाल खट्टर की ऊर्जा मंत्री के रूप में नियुक्ति उस समय आई है जब भारत स्थायी ऊर्जा समाधानों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। उनकी भूमिका भारत की ऊर्जा सुरक्षा को आगे बढ़ाने और नवीकरणीय ऊर्जा पहलों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण होगी।

जेपी नड्डा: स्वास्थ्य और औद्योगिक विकास

नए स्वास्थ्य मंत्री के रूप में, जेपी नड्डा को स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे में सुधार और सार्वजनिक स्वास्थ्य संकटों को संबोधित करने की चुनौती का सामना करना पड़ेगा। इसके अतिरिक्त, रसायन और उर्वरक मंत्रालय में उनकी भूमिका औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा देने और आवश्यक रसायनों और उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण होगी।

पुनर्गठन प्रक्रिया और समयरेखा

शपथ ग्रहण समारोह के 23 घंटे और 30 मिनट बाद पुनर्गठन हुआ। यह 2019 में 18 घंटे और 2014 में 15.5 घंटे की तुलना में अधिक है, जो एक विस्तृत विचार-विमर्श प्रक्रिया को दर्शाता है। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 71 मंत्रियों ने शपथ ली, जिसमें 30 कैबिनेट मंत्री, 5 स्वतंत्र प्रभार मंत्री और 36 राज्य मंत्री शामिल हैं।

स्वतंत्र प्रभार मंत्रियों की सूची

हरदीप सिंह पुरी: आवास और शहरी मामलों का मंत्रालय

हरदीप सिंह पुरी, जिन्हें आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है, शहरी विकास और आवास योजनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उनके विशेषज्ञता और अनुभव से महत्वपूर्ण शहरी सुधारों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

किरण रिजिजू: कानून और न्याय मंत्रालय

किरण रिजिजू की कानून और न्याय मंत्री के रूप में नई भूमिका काफी जिम्मेदारियों के साथ आती है। उनकी नियुक्ति को न्यायिक सुधारों को तेजी से आगे बढ़ाने और कानूनी प्रणाली में नए दृष्टिकोण लाने के लिए एक कदम के रूप में देखा जाता है।

आरके सिंह: विद्युत और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय

आरके सिंह, जिन्होंने विद्युत और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार संभाला है, भारत की नवीकरणीय ऊर्जा एजेंडा को आगे बढ़ाने और देश भर में स्थिर विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण होंगे।

राज्य मंत्रियों की सूची

पुनर्गठन में 36 राज्य मंत्रियों की नियुक्ति भी शामिल है, जिन्हें उनके संबंधित मंत्रालयों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के साथ सौंपा गया है। यह विविध टीम शासन और नीतियों के क्रियान्वयन में एक गतिशील दृष्टिकोण लाने की उम्मीद है।

हाल ही में हुए मोदी कैबिनेट के पुनर्गठन का उद्देश्य अनुभवी और सक्षम नेताओं के साथ शासन को मजबूत करना है। अमित शाह, राजनाथ सिंह, और नितिन गडकरी जैसे प्रमुख नेताओं ने अपने पोर्टफोलियो को बरकरार रखा है, जबकि शिवराज सिंह चौहान और मनोहर लाल खट्टर जैसे नेताओं को नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। सरकार का लक्ष्य आंतरिक सुरक्षा, रक्षा, बुनियादी ढांचा, कृषि और ऊर्जा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को संबोधित करना है। जेपी नड्डा को स्वास्थ्य मंत्री के रूप में शामिल करने से स्वास्थ्य देखभाल और औद्योगिक विकास के महत्व को रेखांकित किया गया है। यह पुनर्गठन, जो सावधानीपूर्वक विचार और रणनीतिक प्लेसमेंट के माध्यम से किया गया है, इन चुनौतीपूर्ण समय में भारत के विकास को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है।

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